वायुदाब पेटियां एवं कोशिकाएं

Sharvan Patel
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पृथ्वी पर मुख्य रूप से सात वायुदाब पेटियाँ (Pressure Belts) होती हैं, जो तापमान और पृथ्वी की घूर्णन गति से बनती हैं, जिनमें तीन तापजन्य (भूमध्यरेखीय निम्न और ध्रुवीय उच्च) और चार गतिजन्य (उपोष्णकटिबंधीय उच्च, उपध्रुवीय निम्न) पेटियाँ शामिल हैं, जो वैश्विक पवन पैटर्न और मौसम को प्रभावित करती हैं, और हवाएँ इन पेटियों के कारण उच्च दाब से निम्न दाब की ओर चलती हैं, जिससे वायुमंडलीय परिसंचरण कोशिकाएँ (Atmospheric Circulation Cells) जैसे हैडली, फेरेल और पोलर कोशिकाएँ बनती हैं, जो वायुमंडल में ऊष्मा और आर्द्रता का वितरण करती हैं। 
वायुदाब पेटियाँ (Pressure Belts)


पृथ्वी पर तापमान के असमान वितरण और पृथ्वी के घूर्णन के कारण हवा के दबाव के सात मुख्य क्षेत्र बनते हैं, जिन्हें वायुदाब पेटियाँ कहते हैं: 
तापजन्य पेटियाँ (Thermal Belts):
भूमध्यरेखीय निम्न वायुदाब पेटी (Equatorial Low-Pressure Belt): विषुवत रेखा के आसपास, सूर्य की सीधी किरणों से हवा गर्म होकर ऊपर उठती है, जिससे यहाँ निम्न दाब बनता है।
ध्रुवीय उच्च वायुदाब पेटी (Polar High-Pressure Belts): ध्रुवों पर अत्यधिक ठंड के कारण हवा ठंडी होकर भारी हो जाती है और नीचे बैठती है, जिससे उच्च दाब बनता है। 
गतिजन्य पेटियाँ (Dynamic Belts):
3. उपोष्णकटिबंधीय उच्च वायुदाब पेटी (Subtropical High-Pressure Belts): भूमध्यरेखीय निम्न से ऊपर उठी हवा 30° अक्षांशों के पास नीचे उतरती है, जिससे यह उच्च दाब क्षेत्र बनता है (उत्तरी और दक्षिणी गोलार्ध में)।
4. उपध्रुवीय निम्न वायुदाब पेटी (Subpolar Low-Pressure Belts): 60° अक्षांशों के पास, ध्रुवीय उच्च से आने वाली ठंडी हवा और उपोष्णकटिबंधीय क्षेत्र से आने वाली गर्म हवा के मिलने से यहाँ निम्न दाब बनता है। 
वायुदाब पेटियों का कार्य और कोशिकाएँ (Function & Cells)
पवन प्रवाह: हवा हमेशा उच्च दाब से निम्न दाब की ओर बहती है, जिससे पवनें (हवाएँ) चलती हैं।
वायुमंडलीय परिसंचरण: ये पेटियाँ वैश्विक स्तर पर हवा के परिसंचरण को नियंत्रित करती हैं, जिससे तीन-कोशिकीय मॉडल बनता है:


हैडली कोशिका (Hadley Cell): भूमध्यरेखीय निम्न और उपोष्णकटिबंधीय उच्च के बीच, गर्म हवा ऊपर उठकर ध्रुवों की ओर जाती है और ठंडी होकर लौटती है।
फेरेल कोशिका (Ferrel Cell): उपोष्णकटिबंधीय उच्च और उपध्रुवीय निम्न के बीच, यह कोशिका विपरीत दिशा में कार्य करती है।
ध्रुवीय कोशिका (Polar Cell): उपध्रुवीय निम्न और ध्रुवीय उच्च के बीच, यह ठंडी हवा के नीचे बैठने और गर्म हवा के ऊपर उठने से बनती है। 
महत्व
ये पेटियाँ और कोशिकाएँ वैश्विक मौसम पैटर्न, जैसे व्यापारिक पवनें (Trade Winds), पछुआ पवनें (Westerlies) और जेट स्ट्रीम को निर्धारित करती हैं, और पृथ्वी पर वर्षा व जलवायु के वितरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।

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