उष्ण कटिबंधीय एवं शीतोष्ण कटिबंधीय चक्रवात
1. उष्ण कटिबंधीय चक्रवात (Tropical Cyclone)
(क) उत्पत्ति / बनने की प्रक्रिया
उष्ण कटिबंधीय चक्रवात निम्नलिखित परिस्थितियों में बनते हैं—
- उष्ण महासागरीय जल
समुद्र के जल का तापमान 26.5°C या उससे अधिक होना चाहिए। - निम्न वायुदाब क्षेत्र
गर्म व आर्द्र वायु ऊपर उठती है, जिससे निम्न दाब बनता है। - कोरियोलिस बल
पृथ्वी के घूर्णन से हवाएँ घूमने लगती हैं (5°–30° अक्षांश)। - संघनन से ऊर्जा
जलवाष्प के संघनन से निकलने वाली गुप्त ऊष्मा चक्रवात को शक्तिशाली बनाती है। - ऊर्ध्वाधर पवन कर्तन कम
ऊपर व नीचे की हवाओं में अधिक अंतर नहीं होना चाहिए। - स्थान: केवल समुद्र पर बनते हैं, भूमि पर कमजोर पड़ जाते हैं।
- दिशा: पूर्व से पश्चिम (व्यापारिक हवाओं से प्रभावित)।
👉 उष्णकटिबंधीय चक्रवात गर्म समुद्री पानी (कम से कम 27°C) के ऊपर बनता है, जहाँ गर्म, नम हवा ऊपर उठती है और निम्न दाब बनता है। संघनन की गुप्त ऊष्मा चक्रवात को ऊर्जा देती है तथा कोरियोलिस प्रभाव के कारण यह घूमता है।
चक्रवात बनने की प्रक्रिया:
गर्म समुद्री सतह: समुद्र का तापमान 27°C या अधिक होना चाहिए।
हवा का ऊपर उठना: गर्म नम हवा ऊपर उठती है और निम्न दाब बनता है।
कोरियोलिस प्रभाव: हवा घूमकर भंवर बनाती है।
ऊर्जा का स्रोत: संघनन की गुप्त ऊष्मा।
प्रबल तूफान: हवा की गति 119 किमी/घंटा या अधिक।
हिंद महासागर – चक्रवात | अटलांटिक – हरिकेन | पश्चिम प्रशांत – टाइफून
भूमध्य रेखा पर कोरियोलिस बल नहीं होने से चक्रवात नहीं बनते।
(ख) विशेषताएँ
- केंद्र में आँख (Eye)
- हवाएँ 120–300 किमी/घंटा
- मूसलाधार वर्षा
- सीमित क्षेत्र में अत्यधिक विनाश
2. शीतोष्ण कटिबंधीय चक्रवात (Temperate Cyclone)
(क) उत्पत्ति / बनने की प्रक्रिया
शीतोष्ण कटिबंधीय चक्रवात ध्रुवीय वाताग्र (Polar Front) पर बनते हैं, जहाँ ठंडी ध्रुवीय एवं गर्म उष्ण वायुराशियाँ मिलती हैं।
- विभिन्न ताप वाली वायु राशियों का मिलन
- ध्रुवीय वाताग्र
- तीव्र तापीय अंतर
- पश्चिमी पवनों का प्रभाव
- जेट स्ट्रीम की भूमिका
यह चक्रवात फ्रंटल प्रणाली पर आधारित होते हैं।
(ख) विशेषताएँ
- आँख नहीं होती
- क्षेत्रफल बहुत बड़ा
- वर्षा वाताग्रों से
- गति अपेक्षाकृत कम
3. उष्ण एवं शीतोष्ण चक्रवात में अंतर
| अंतर के आधार | उष्ण कटिबंधीय चक्रवात | शीतोष्ण कटिबंधीय चक्रवात |
|---|---|---|
| उत्पत्ति क्षेत्र | 5°–30° अक्षांश | 30°–60° अक्षांश |
| तापमान | उच्च ताप क्षेत्र | मध्यम ताप क्षेत्र |
| ऊर्जा का स्रोत | गुप्त ऊष्मा (संघनन) | तापीय अंतर |
| संरचना | गोलाकार | अंडाकार / असमान |
| आँख (Eye) | होती है | नहीं होती |
| प्रभाव क्षेत्र | सीमित (~100–500 km) |
बहुत विस्तृत (~1000–2000 km) |
| वर्षा | अत्यधिक व केंद्रित | विस्तृत क्षेत्र में |
| हवाओं की गति | बहुत तेज़ | अपेक्षाकृत कम |
| वाताग्र (Front) | नहीं होते | Warm एवं Cold Front होते हैं |
| विनाश क्षमता | अत्यधिक विनाशकारी | मध्यम विनाशकारी |
4. उदाहरण
- उष्ण: चक्रवात, हरिकेन, टाइफून
- शीतोष्ण: पश्चिमी विक्षोभ
